tag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post1157291164707013035..comments2023-11-05T13:41:33.460+05:30Comments on Blog News: DR. ANWER JAMALhttp://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-81553907211148059862011-04-03T21:18:48.860+05:302011-04-03T21:18:48.860+05:30@ भाई आना पड़ेगा . सच्चा ब्लॉगर बिना ब्लौगिंग के रह...@ भाई आना पड़ेगा . सच्चा ब्लॉगर बिना ब्लौगिंग के रह ही नहीं सकता . लिखेगा नहीं तो पढ़ेगा ज़रूर. हम दुआ करते हैं आप मुनासिब अमल करें, मालिक अपना रहम करे बीमार पर और उसके तीमारदारों पर.<br />आमीन . <br />http://commentsgarden.blogspot.com/2011/04/t-v-channel.htmlDR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-45721774498969874532011-04-03T21:12:08.199+05:302011-04-03T21:12:08.199+05:30अच्छा मुहावरा प्रयोग किया मेरे लिए. हा हा हा ...
आ...अच्छा मुहावरा प्रयोग किया मेरे लिए. हा हा हा ...<br />आप लोंगो के प्यार से अभिभूत हूँ. ऐसे ही प्यार, स्नेह बनाये रखे. अनवर भाई ४ अप्रैल की सुबह निकलेंगे हरिद्वार देंखे क्या होता है. समय मिलता रहा तो आपक लोंगो को पढने कही भी रहू आता रहूँगा.हरीश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-6312622084671232642011-04-03T20:20:45.647+05:302011-04-03T20:20:45.647+05:30हरीश जी ने ब्लोगिंग की दुनिया में खुद को आलू की तर...हरीश जी ने ब्लोगिंग की दुनिया में खुद को आलू की तरह एडजस्ट किया है . हालात यह रहे कि जैसे आलू सभी सब्जियों के साथ अच्छा लगता हैं ऐसे ही भाई हरीश सभी ब्लोगरों के साथ सम्बन्ध स्थापित करते रहे . इनका स्वभाव है कि सभी से दोस्ती करो, किसी से दुश्मनी या नाराजगी इनके स्वभाव में शामिल नहीं है और इसीलियें यह दोस्त के भी दोस्त और दुश्मन के भी दोस्त बनते चले गये. आज भाई हरीश जी के लेखनी के सभी तलबगार हैं.<br />@ अख्तर साहब आपने कमाल का खाका खींचा है हरीश जी का .<br />बहुत बहुत शुक्रिया .<br /><br /><a href="http://hinditwitter.blogspot.com/2011/04/jadi-buti-cure.html" rel="nofollow">http://hinditwitter.blogspot.com/2011/04/jadi-buti-cure.html</a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.com