tag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post4412107952359623039..comments2023-11-05T13:41:33.460+05:30Comments on Blog News: वन्दना बहन ब्लोगिंग की जिंदगी बन गयी हैंDR. ANWER JAMALhttp://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-52473188793015282542011-04-11T11:57:19.001+05:302011-04-11T11:57:19.001+05:30:):)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-33247312455452666842011-04-11T09:42:26.962+05:302011-04-11T09:42:26.962+05:30salaam kabul kare vandana jisalaam kabul kare vandana jivijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-6329703840880197562011-04-10T10:32:11.885+05:302011-04-10T10:32:11.885+05:30अख्तर साहब और वंदना जी दोनों ही श्रेष्ठ ब्लोगर और ...अख्तर साहब और वंदना जी दोनों ही श्रेष्ठ ब्लोगर और सम्प्रेषण की कितनी बेजोड़ और प्रभावी विधा. दोनों का कौशल और स्नेह उत्तम कोटि का, सराहनीय और सत्यता से भरपूर. मन की अभिव्यक्ति को रोका नहीं जा सकता, यह सही है. लेकिन उतना ही सही यह भी है की महान व्यक्तित्व अपने को महान कहने में झिझकता है. दोनों का दर्शन प्रस्तुत कराता एक सराहनीय पोस्ट.Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-44140947346714720162011-04-09T10:49:55.071+05:302011-04-09T10:49:55.071+05:30अख्तर खान साहब
ये आपने क्या किया मै तो किसी काबिल...अख्तर खान साहब <br />ये आपने क्या किया मै तो किसी काबिल नही …………आपने तो यूँ ही इतना कुछ लिख दिया मुझसे बेहतर और अच्छा कार्य करने वाले ना जाने कितने बैठे हैं ……………मै और मेरा अस्तित्व तो कुछ भी नही है…………फिर भी आपने उसे कहाँ से कहाँ पहुंचा दिया आपके स्नेह के लिये मै दिल से आभारी हूँ और इसका कर्ज़ कभी नही उतार सकती क्योंकि स्नेह अनमोल होता है…………बस यही उम्मीद करती हूँ आप और बाकी सभी ब्लोगर दोस्त अपना स्नेह बनाये रखें और ब्लोगिंग को नयी दिशा और सार्थक सोच प्रदान करें तथा हिन्दी की उन्नति मे योगदान दें।एक बार फिर से हार्दिक आभार्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-60929987947865643972011-04-08T22:51:25.615+05:302011-04-08T22:51:25.615+05:30वंदना जी एक साफ़ सोंच वाली सुलझी हुई ब्लोगर है.लेख...वंदना जी एक साफ़ सोंच वाली सुलझी हुई ब्लोगर है.लेखन की गुणवत्ता और नैरन्तर्य उनके लेखन की विशेषता है.अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-85998460171862369212011-04-08T22:29:14.321+05:302011-04-08T22:29:14.321+05:30वन्दना जी कहती हैं के,, ज़ाल जगत रूपी महासागर की मे...वन्दना जी कहती हैं के,, ज़ाल जगत रूपी महासागर की में तो एक मात्र अकिंचन बूंद हूँ ,, उनके इन अल्फाज़ से उनकी महानता उनका बड़प्पन झलकता है.<br />आपने सही कहा है . अंतरजाल पर मौजूद ब्लॉग्स पर जाकर सबके लेख पढना और उनकी चर्चा करना एक मुश्किल काम है जिसे वह नियमित रूप से कर रही हैं .<br />वे सचमुच प्रशंसा की हकदार हैं .<br /><br />http://pyarimaan.blogspot.com/2011/04/mother.html<br /><br />दिल है ख़ुश्बू है रौशनी है मां<br />अपने बच्चों की ज़िन्दगी है मां<br /><br />ख़ाक जन्नत है इसके क़दमों की<br />सोच फिर कितनी क़ीमती है मां<br /><br />इसकी क़ीमत वही बताएगा<br />दोस्तो ! जिसकी मर गई है मां<br /><br />रात आए तो ऐसा लगता है<br />चांद से जैसे झांकती है मां<br /><br />सारे बच्चों से मां नहीं पलती<br />सारे बच्चों को पालती है मां<br /><br />कौन अहसां तेरा उतारेगा<br />एक दिन तेरा एक सदी है मांDR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4914247499088270007.post-66036675123288506902011-04-08T21:52:41.604+05:302011-04-08T21:52:41.604+05:30वंदना जी एक साफ़ सोंच वाली सुलझी हुई ब्लोगर है.लेख...वंदना जी एक साफ़ सोंच वाली सुलझी हुई ब्लोगर है.लेखन की गुणवत्ता और नैरन्तर्य उनके लेखन की विशेषता है.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.com