अनम हिंदी ब्लॉग जगत के लिए जाना पहचाना नाम है। महज़ 28 दिन की अनम को हिंदी ब्लॉग जगत ने जो प्यार दिया है, वह बेमिसाल है। अनम एक ऐसी पहली कन्या भ्रूण है, जिसकी त्रासदी से हिंदी ब्लॉग जगत उसकी पैदाइश से पहले ही वाक़िफ़ हो चुका था। अनम उन मासूम भ्रूणों के दर्द को ज़ुबां दे गई, जिन्हें किसी बीमारी के कारण पैदा होने से पहले ही क़त्ल कर दिया जाता है। उनके क़त्ल को मेडिकल साइंस जायज़ मानती है और ज़माना उनके अमल पर ख़ामोश रहता है। यह ख़ामोशी एक जुर्म है। आप बोलेंगे तो करोड़ों मासूम भ्रूण बचेंगे।
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एक आवाज़ बीमार भ्रूण हत्या के खि़लाफ़
DR. ANWER JAMAL
प्यारी माँ |
रविकर फ़ैज़ाबादी जी का आभार, कि उन्होंने इस मुद्दे को अपनी चर्चा 949 में जगह दी।
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