ग़ज़लगंगा.dg: ग़म की धूप न खाओगे तो खुशियों की बरसात न होगी: ग़म की धूप न खाओगे तो खुशियों की बरसात न होगी . दिन की कीमत क्या समझोगे जबतक काली रात न होगी . जीवन के इक मोड़ पे आकर हम फिर से मिल...
परिवारों में परंपरा बन रहा है नेत्रदान
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परिवारों में परंपरा बन रहा है नेत्रदान
2. शोक के पलों में सुकून देता है,इसलिये परंपरा बन रहा है नेत्रदान
आज से 9 वर्ष पूर्व,नेत्रदान पखवाड़े के दौरान ही,...