इंसान को अपनी बेहतरी के लिये खुद ही संघर्ष करना पड़ता है. हरेक इंसान को जानना चाहिये कि उसके लिये क्या बेहतर है ? आज़ादी की सालगिरह मुबारक. जंगे-आज़ादी के नायक अशफाक उल्ला खान देश की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूमने वाले अशफाक उल्ला खान जंग-ए-आजादी के महानायक थे।अंग्रेजों ने उन्हें अपने...
भारत, भारत का स्वाभिमान, भारत का संविधान बचाना है, तो बसों में रोटी सांटे,
भीड़ भरकर रैलियां करने से कुछ नहीं होगा, कोंग्रेस को खुद ओरिजनल समर्पित
कोंग्रेस की तरफ लौटकर आना होगा, कोंग्रेस को उसके अपने संविधान, उसके अपने
अनुशासन, उसके अपने विधि नियम, उसके अपने स्वाभिमान पर वापस लौटकर आना होगा,
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भारत, भारत का स्वाभिमान, भारत का संविधान बचाना है, तो बसों में रोटी सांटे,
भीड़ भरकर रैलियां करने से कुछ नहीं होगा, कोंग्रेस को खुद ओरिजनल समर्पित
कोंग्...
1 comments:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (16-08-2014) को “आजादी की वर्षगाँठ” (चर्चा अंक-1707) पर भी होगी।
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हमारी स्वतन्त्रता और एकता अक्षुण्ण रहे।
स्वतन्त्रता दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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