पोस्ट तो है ख़ुशदीप जी की और स्टेटमेंट है डा. अमर कुमार जी का क्योंकि विषय है बाबा रामदेव जी का, देखिए आप लोग :
.निहायत सलाहियत भरी अव्वल दर्ज़े की ईमानदार पोस्ट !मुम्बई की जुबान में बोले तो ’ सबकी खोल कर रख दी ’ ।अपुन एक बात और बोलेंगा.. बाबा और नेता दोनों में कौन भाई है कौन सरकिट पब्लिक जानने नईं सकती । वो अपना उल्लू सीधा करते.. पब्लिक वाह वाह करती । बोले तो खुशदीप भाई, क्या बाबा आधाइच फ़िक्सिंग कियेला है... मेरे कूँ मेरा मन बोलता है नहीं... बाबा क्लेरिजेस होटेल में बी इसी माफ़िक रोया होगा.. अपुन फ़िक्सिंग करेगा तो पब्लिक को क्या बोलेगा.... सिब्बल बोले होयेंगा कि तुम मत बताना हम बता देंगा.... पिच्छू सहाय इसके आगे जोड़ा होयेंगा कि जब तुम हमको पेट भर गाली दे लेगा तो बोलना , हम तुमको किसी तिकड़म से निकालेंगा.. और अक्खा इँडिया ने देखा कि पब्लिक हलाल होता रहा.. और बाबा सलवार पहन कू सरफ़रोशी का तमना गाता चला गया ।खुशदीप हम खाली पीली भँकास नहीं मारता, अपुन पहिलेइच अईसा माफ़िक सियासी तमाशा अँदर को घुस के देखेला है । प्रीस्ट बोलो पुजारी बोलो.. तो ये समझो कि प्रीस्ट प्रॉस, पॉलिटीशियन का कब्बी भरोसा नहीं करने का ।
http://www.deshnama.com/2011/06/blog-post_07.html?showComment=1307450764870#c1159176914228749055
2 comments:
bole to bahut khallas likha hai .aabhar
अनवर भाई,
गाना याद आ रहा है,
कौन सुनेगा, किसको सुनाए, इसलिए चुप रहते हैं...
जय हिंद...
Post a Comment