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कोपल कोकास को उनके जन्म दिन पर बधाई
- कोपल कोकास
- सबसे दोस्ताना रखती हूँ अपनी ज़िदंगी के हर लम्हे को खूबसूरती से जीती हूँ । हमेशा खुश रहती हूँ अपने धैर्य को कभी नही खोने देती हूँ और हमेशा मुस्कुराती रहती हूँ क्योंकि मुस्कुराना मेरी ज़िदंगी का आईना है । मेरी हर सुबह मेरी मुस्कान से शुरु होती है । यही विचार हैं कोपल कोकास के ;;;;;;;
- जी हाँ फुल से भी नाज़ुक शरद कोकास का आज जन्म दिन हैं उन्हें उनके जन्म दिन पार मुबारक बाद ..कोकास छात्तिसगढ़ की लेखिका हैं और कोपल कलियों के जीवन के माध्यम से जिंदगी को समझाना चाहती हैं बालकों से इन्हें प्रेम हैं इसलियें यह बदिवास पार बालकों की जिंदगी के बारे में भी खूब लिखती हैं खूब लिखती हैं ..प्रक्रति और प्रक्रति की सुगंध बिखेरने वाले गुलाबों से प्यार करने वाली कोपल कोकास को उनके जन्म दिन पर हार्दिक बधाई ..अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
3 comments:
सुन्दर प्रस्तुति,
जन्म दिन पर हार्दिक बधाई ||
कोकास जी को बधाई हो .
अख्तर साहब , आपने तो वाक़ई कमाल कर दिया है .
जन्म दिन पर हार्दिक बधाई |
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