हिंदुस्तान में धोबी पर एक कलंक है उस दिन से जब से एक धोबी ने सीता जी के बारे में उल्टा सीधा कह दिया था। बहरहाल उस धोबी के बर्ताव से पता चलता है कि धोबी एक अच्छा पत्रकार बन सकता है। उसे दुनिया जहान की बातों में इंटरेस्ट जो होता है।
श्री गौरी शंकर रजक एक ऐसे ही धोबी हैं जो एक अख़बार के एडिटर भी हैं। सुविधा पास नहीं है छापने की तो वे अपने हाथ से ही निकाल देते हैं पूरा अख़बार।
उन्हें राष्ट्रपति के. आर. नारायणन द्वारा सम्मानित भी किया गया। ऐसे ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार तो धूल फांक रहे हैं और बात का बतंगड़ बना कर पेश करने वाले पूरे के पूरे न्यूज़ चैनल चला रहे हैं।
देखिए ईमानदारों का हाल और सोचिए कि यह हाल देखकर क्या ईमानदारी में किसी को अपना भविष्य सुरक्षित नज़र आ सकता है इस देश में ?
...सोचिए इस हालत को बदलने का तरीक़ा ‘शहरोज़ भाई की स्टोरी‘ पढ़कर
श्री गौरी शंकर रजक एक ऐसे ही धोबी हैं जो एक अख़बार के एडिटर भी हैं। सुविधा पास नहीं है छापने की तो वे अपने हाथ से ही निकाल देते हैं पूरा अख़बार।
उन्हें राष्ट्रपति के. आर. नारायणन द्वारा सम्मानित भी किया गया। ऐसे ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार तो धूल फांक रहे हैं और बात का बतंगड़ बना कर पेश करने वाले पूरे के पूरे न्यूज़ चैनल चला रहे हैं।
देखिए ईमानदारों का हाल और सोचिए कि यह हाल देखकर क्या ईमानदारी में किसी को अपना भविष्य सुरक्षित नज़र आ सकता है इस देश में ?
...सोचिए इस हालत को बदलने का तरीक़ा ‘शहरोज़ भाई की स्टोरी‘ पढ़कर
2 comments:
rochakl prastuti.prerak bhi
गौरी शंकर रजक जी को प्रणाम!
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