अंग्रेज़ों ने पता लगाया कि रेड मीट नुक्सान दे रहा है और वीरू भाई को फ़ौरन यक़ीन आ गया कि जब अंग्रेज़ों ने तय कर लिया है तो ज़रूर नुक्सान देता होगा।
हमें अंग्रेज़ों की चालबाज़ियां पता हैं।
इनकी रिसर्च पर भी रिसर्च करने की ज़रूरत होती है क्योंकि दुनिया के सामने रिसर्च के नाम पर वही परोसते हैं जिससे दुनिया के व्यापार पर इनका क़ब्ज़ा हो जाए।
हमने फ़ौरन अपने पुराने ग्रंथ चरक संहिता में टटोला तो वहां रेड मीट खाने के लाभ ही लाभ बताए गए हैं।
अंग्रेज़ कह रहे हैं कि रेड मीट खाने से आंत का कैंसर हो जाता है और हमारे महान भारतीय बुज़ुर्ग कह रहे हैं कि इससे यक्ष्मा का रोगी तक ठीक हो जाता है।
किस की बात सही मानी जाए ?
1. स्वदेशी विचार मंच पर बैठकर सोचा तो भी भारतीय बुज़ुर्गों की बात मानना हमारा फ़र्ज़ बनता है।
2. फिर निष्पक्ष होकर सोचा कि अंग्रेज़ तो अपने किसी प्लान को लाने से पहले तरह तरह के शोशे छोड़ते हैं, उनकी बात अर्थलाभ से प्रेरित हो सकती है लेकिन हमारे चरक जी तो महर्षि हैं और उन्हें किसी से किसी लाभ का लालच था ही नहीं। इस लिहाज़ से भी उनका पलड़ा भारी बैठता है।
3. इसके बाद ‘मैं कहता आंखन देखी‘ के आधार पर जांच की गई तो पाया कि रेड मीट रोज़ खाने के बावजूद हमारे कुनबे में तो क्या क़बीले में भी किसी को आंत का कैंसर न हुआ।
अब सवाल यह खड़ा हुआ कि ‘या इलाही ! माजरा क्या है ?‘
...तो माजरा भी समझ में आ गया कि पश्चिमी विज्ञानियों के नतीजे केवल शरीर को सामने रखकर निकाले गए हैं जबकि आदमी केवल शरीर ही नहीं है, उसमें मन बुद्धि और आत्मा भी है और हरेक का जीवट अलग अलग भी होता है। इसी जीवट के बल पर भारतीय उन परिस्थितियों में भी जी लेते हैं जिनकी कल्पना मात्र से ही पश्चिमी लोगों के पसीने छूट जाएं। जिसका जीवट शक्तिशाली होता है उसकी जीवनी शक्ति भी अधिक होती है। अंग्रेज़ी में इसे इम्यून सिस्टम कहा जाता है।
हमें अंग्रेज़ों की चालबाज़ियां पता हैं।
इनकी रिसर्च पर भी रिसर्च करने की ज़रूरत होती है क्योंकि दुनिया के सामने रिसर्च के नाम पर वही परोसते हैं जिससे दुनिया के व्यापार पर इनका क़ब्ज़ा हो जाए।
हमने फ़ौरन अपने पुराने ग्रंथ चरक संहिता में टटोला तो वहां रेड मीट खाने के लाभ ही लाभ बताए गए हैं।
अंग्रेज़ कह रहे हैं कि रेड मीट खाने से आंत का कैंसर हो जाता है और हमारे महान भारतीय बुज़ुर्ग कह रहे हैं कि इससे यक्ष्मा का रोगी तक ठीक हो जाता है।
किस की बात सही मानी जाए ?
1. स्वदेशी विचार मंच पर बैठकर सोचा तो भी भारतीय बुज़ुर्गों की बात मानना हमारा फ़र्ज़ बनता है।
2. फिर निष्पक्ष होकर सोचा कि अंग्रेज़ तो अपने किसी प्लान को लाने से पहले तरह तरह के शोशे छोड़ते हैं, उनकी बात अर्थलाभ से प्रेरित हो सकती है लेकिन हमारे चरक जी तो महर्षि हैं और उन्हें किसी से किसी लाभ का लालच था ही नहीं। इस लिहाज़ से भी उनका पलड़ा भारी बैठता है।
3. इसके बाद ‘मैं कहता आंखन देखी‘ के आधार पर जांच की गई तो पाया कि रेड मीट रोज़ खाने के बावजूद हमारे कुनबे में तो क्या क़बीले में भी किसी को आंत का कैंसर न हुआ।
अब सवाल यह खड़ा हुआ कि ‘या इलाही ! माजरा क्या है ?‘
...तो माजरा भी समझ में आ गया कि पश्चिमी विज्ञानियों के नतीजे केवल शरीर को सामने रखकर निकाले गए हैं जबकि आदमी केवल शरीर ही नहीं है, उसमें मन बुद्धि और आत्मा भी है और हरेक का जीवट अलग अलग भी होता है। इसी जीवट के बल पर भारतीय उन परिस्थितियों में भी जी लेते हैं जिनकी कल्पना मात्र से ही पश्चिमी लोगों के पसीने छूट जाएं। जिसका जीवट शक्तिशाली होता है उसकी जीवनी शक्ति भी अधिक होती है। अंग्रेज़ी में इसे इम्यून सिस्टम कहा जाता है।
रिसर्च करने वालों ने यह भी पाया है कि जो लोग बचपन में भी प्यार से वंचित रहे और बड़े होकर भी अपने जीवन साथी से भावनात्क रूप से असंतुष्ट रहे, ऐसे लोग भी कैंसर की चपेट में आ जाते हैं।
रिसर्च करने पर यह भी पाया गया कि सेक्स करने से इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है।
रिसर्च करने पर यह भी पाया गया कि सेक्स करने से इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है।
असल बात यह है कि सही समय पर विवाह हो जाए और वे आपस में प्यार भरा संतुष्ट जीवन जिएं। इससे लोगों का इम्यून सिस्टम फ़ौलादी बन जाएगा। यही कारण है कि हमारे रिश्तेदारों में रेड मीट रोज़ खाया जाता है और अल्लाह का शुक्र है कि आज तक उनमें से किसी एक को भी कैंसर न हुआ।
जिन देशों में ये रिसर्च हो रही हैं, वहां फ़ैमिली नाम की चीज़ ही बहुत कम रह गई है।
जिन देशों में ये रिसर्च हो रही हैं, वहां फ़ैमिली नाम की चीज़ ही बहुत कम रह गई है।
भावनात्मक रूप से टूटे हुए लोगों पर किए गए परीक्षण उन पर लागू नहीं होते जो कि भावनात्मक रूप से संतुष्ट जीवन जी रहे हैं।
अगर आपने अपने जीवन साथी को तन मन और आत्मा तीनों स्तर पर संतुष्ट कर दिया तो उसके रोम रोम से, उसके दिल से आपके लिए दुआएं निकलेंगी और तब बीमारियां आपका कुछ बिगाड़ नहीं सकतीं। तन के स्वस्थ रहने में मन का रोल बहुत अहम है। हमारे भारतीय बुज़ुर्ग ऐसा कहते हैं और हम यही मानते हैं और आधुनिक परीक्षणों से भी इसकी सत्यता प्रमाणित हो चुकी है।
अंग्रेज़ों की रिसर्च पर यक़ीन करने वालों के लिए उनकी ही एक रिसर्च पेश ए खि़दमत है, देखिए
Regular Sex Improves Health and Doubles Life Expectancy
(NaturalNews) You probably already know that Broccoli, carrots, and oranges are good for you. Yet it's rarely mentioned that having regular sex is not only fantastically fun, but brilliant for your health! A study at Queens University in Belfast published in the British Medical Journal tracked the sexuality of about 1,000 middle-aged men over the course of a decade. The study compared men of a similar age and health and showed that men who reported the highest frequency of orgasm lived twice as long as though who did not enjoy sex.Yoga, treadmills, and weightlifting are all great ways to keep in shape. But the fact that sex is so beneficial to our health is rarely discussed. Every muscle in the body can be worked and toned, particularly the pelvis, buttocks, stomach and arms. Sex has been proven to lower blood pressure, improve cholesterol, and increase circulation. The heartbeat rises from 70 to 150 beats per minute. In fact, people who regularly indulge are half as likely to have heart attacks and strokes than those who don't have sex at all.
Sex is also wonderful for weight loss since 30 minutes will burn 200 calories! In addition sex calms food cravings because it stimulates the production of phenetylamine, a natural amphetamine that regulates the appetite.
Having regular orgasms is one great way to protect against coughs and colds. Sex saturates the blood with an antibody called immunoglobulin A that is known to boost immunity. At the moment of climax, a powerful chemical called DHEA is released, which also balances the immune system, as well as aids in tissue repair, improves cognition, and promotes bone growth.
Having regular sex can also help beat stress. Oxytocin is a hormone released just before orgasm and helps the body to secrete endorphins, or the inner positivity and chill out hormone. It is a useful remedy for insomniacs, and delivers relaxation to people who are overworked and stressed out. Tension affects the digestive system, so one of the side effects of sex is that the body is able to absorb the nutrients from food more easily.
Several studies have shown that semen just might be a natural antidepressant. Woman who had regular unprotected sex were less likely to be depressed than women who did not have sex or used a condom. One explanation might be that the vagina absorbs all sorts of goodies from her lover's spunk including zinc, calcium, potassium, and protein.
Sexual stimulation has been proven to be an analgesic. According to the famous professor and sexologist Beverly Whipple, when women masturbated to orgasm, their pain tolerance threshold and pain detection threshold increased significantly from 74.6 to 106.7. This most pleasurable of painkillers is helpful for ailments such as headaches, muscle pains, and menstrual cramps.
Sex promotes the production of collagen, which keeps the skin supple and gives it that peachy glow. As women get older, their juices can dry up. Keeping sexually active is the best cure, as well as the most delicious. Furthermore, sex is one of the best ways to stay young in spirit.
http://www.blogger.com/comment.g?blogID=232721397822804248&postID=1479782171766584651&page=1&token=1331920389536
7 comments:
Nice
आप बड़े तार्किक ढंग से अपनी बातें रखते हैं। और जिन स्रोत ग्रंथों का हवाला देते हैं वह आपके “वेल रेड” होने का प्रमाण हैं।
अब ऐसी प्रामाणिक जानकारी पर उंगली कौन उठाए!!
एक बात और इस आलेख की शैली ने भी काफ़ी आकर्षित किया।
Nice and useful information.
sahi kaha apne .
yahan bhi dekhen :
ब्लॉगर्स मीट वीकली (35) , पुरुष नारी सम्बन्ध तन मन और आत्मा तीनों स्तर पर
http://drayazahmad.blogspot.in/2012/03/35.html
..... जीवन साथी पर आनंद रस बरसाइये Better Sex Better Life..
---kyaa aanand kaa arth sex hee hotaa hai
अंग्रेज़ी धूर्तताओं से दुनिया परिचित हो रही है। मौक़ा लगते ही चमत्कार की संभावना व्यक्त करने लगते हैं और फिर बरसों-बरस उस दवा का कोई अता-पता नहीं मिलता। इधर दुनिया को पढ़ा रहे हैं कि बिगबैंग से धरती अस्तित्व में आई और उधर खुद भूमिगत होकर महाप्रयोग में जुटे हैं।
Maine Suna ki kuch drinks peene se bhi sex life improve ho jaati hai.
Yaha dekhe : http://www.healthy-drinks.net/6-natural-drinks-to-improve-sex-power-in-men/
and please mujhe btaye..
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