रविन्द्र जी ने एक नए सामूहिक ब्लॉग की घोषणा करते हुए ब्लॉगर्स से जुड़ने की अपील की है।
उनकी अपील के जवाब में कुछ ने अपने पते छोड़े तो कुछ ने मशविरे।
कनिष्क कश्यप जी ने दो टूक फ़रमाया-
उनकी अपील के जवाब में कुछ ने अपने पते छोड़े तो कुछ ने मशविरे।
कनिष्क कश्यप जी ने दो टूक फ़रमाया-
- यह पहली बार नहीं है ..और यह पहले भी करने का प्रयास किया गया है.
आप किसी अन्य के प्रयास में कितने सहभागी बने..?
कृपया ब्लॉग का स्वरूप यथावत रहने दें. न तो ऐसी किसी पहल का अब समर्थन करता हूँ, और न ही ऐसे किसी प्रयास के सफलता की कामना करता हूँ .
जो दूसरे के प्रयासों को अपनाना नहीं जानते .. उन्हें ऐसी अपेक्षा भी नहीं करनी चाहिए !
1 comments:
सटीक टिप्पणी |
कभी हमारे यहाँ भी दर्शन दिए हैं क्या ??
माना स्तर निम्न है पर प्रकृति नहीं ||
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