होमोसेक्सुअलिटी, एक मनोवैज्ञानिक विकृति Homosexuality and Indian Culture
क्रिएटर के स्वाभाविक अधिकार को न मानकर आधुनिक पश्चिमी सभ्यता ने लोगों को आत्म-विस्मृति का शाप भोगने पर मजबूर कर दिया है। हमें उन्हें शाप से मुक्ति का उपाय बताना है न कि उनकी ही तरह शापित हो जाना है।उठो, जागो और वरदान के पात्र बनो!
होमोसेक्सुअलिटी, एक मनोवैज्ञानिक विकृतिडा. अनवर जमाल Tuesday December 17, 2013
एक लेख के अनुसार भारत में लगभग 1 करोड़ समलैंगिक हैं। इनमें से कुछ लोग
अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। ऊँची तालीम पाए हुए कुछ लोग इनकी
वकालत कर रहे हैं। इनमें स्वामी अग्निवेश से लेकर आमिर ख़ान जैसी हस्तियों
के नाम हैं। जबकि समलैंगिक संबंध आर्य समाज की नज़र...
3 comments:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बुधवार (18-12-13) को चर्चा मंच 1465 :काना राजा भी भला, हम अंधे बेचैन- में "मयंक का कोना" पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बढ़िया -
शुक्रिया.
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