लेखकJan 25, 2014 11:56 AMसभी पोस्ट देखें
हम जब चाहे तब ख़ुश हो सकते हैं, जितना चाहे उतना ख़ुश हो सकते हैं और जब तक चाहे तब तक ख़ुश रह सकते हैं। हमें ख़ुश करने वाला अगर कोई है तो वह हम ख़ुद हैं। हमें कोई हादसा दुख नहीं दे सकता। हमें कोई आदमी दुखी नहीं कर सकता। अगर हमें कोई दुखी कर सकता है तो...आगे पढ़ें...कोई कॉमेंट नहीं
कोटा में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर ,,18 वर्षों तक, पहले हर
शनिवार और अब तृतीय शनिवार को , लगातार कोटा के वकीलों का आंदोलन हो रहा है
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कोटा में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर ,,18 वर्षों तक, पहले हर
शनिवार और अब तृतीय शनिवार को , लगातार कोटा के वकीलों का आंदोलन हो रहा है
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2 comments:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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गणतन्त्रदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जय भारत।
भारत माता की जय हो।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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गणतन्त्रदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जय भारत।
भारत माता की जय हो।
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