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परिजनों पर बेटी की मौत का वज्रपात, फिर भी नेत्रदान कराया
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परिजनों पर बेटी की मौत का वज्रपात, फिर भी नेत्रदान कराया
पिता व परिजनों ने नम आँखों से बेटी के नेत्रदान की सहमति दी
गत दिवस नैनावा बूंदी निवासी अनिल क...
2 comments:
aur yahi param satya hai jise bade se bada satyavadi bhi sweekarna nahi chahta.
@ शालिनी जी ! आपने बिल्कुल ठीक कहा है।
शुक्रिया !
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