नयी दिल्ली: ब्लॉग जगत में नए नए खुले सुव्यवस्था सूत्रधार मंच , जो की एक विषय आधारित मंच है, में आज विश्वजीत जी का लेख लगाया गया | यह लेख भारत की शिक्षा व्यवस्था और समाज में गुरु के महत्त्व और स्वयं के श्रम के महत्त्व पर है | इसके पहले क्रांतिकारी देश भक्त का लेख "व्यवस्था परिवर्तन हो सकता है" प्रकाशित किया गया था | इस मंच में एक नयी परंपरा का प्रारंभ करते हुए हिन्दी के चिट्ठों की दुनिया में कहर के व्यक्तियों के भी लेख प्रकाशित करने प्रारंभ किये है और उसकी श्रंखला के अंतर्गत उच्चतम न्यायलय के अधिवक्ता देवेन्द्र शर्मा जी का एक लेख प्रकाशित किया है जो की शिक्षा व्यवस्था के समाज के लिए महत्त्व और भारत की शिक्षा व्यवस्था के महत्त्व को दर्शाता अहि |
यह मंच केवल विषय आधारित लेख ही प्रकाशित कर रहा है और सुव्यवस्था विषय पर ही लेख प्रकाशित किये जा रहे हैं , इस मंच से अब तक 10 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं और ऐसा बताया गया है की कई विद्वान इस मंच में माध्यम से हिंदी चिट्ठों के जगत में प्रवेश करेंगे |
इन लेखों के लिंक नीचे दिए हैं
अपना उद्धार स्वयं करें
व्यवस्था परिवर्तन संभव है परन्तु
शिक्षा क्षेत्र में प्रस्तावित नयी कानूनी रचनाये ....
यह मंच केवल विषय आधारित लेख ही प्रकाशित कर रहा है और सुव्यवस्था विषय पर ही लेख प्रकाशित किये जा रहे हैं , इस मंच से अब तक 10 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं और ऐसा बताया गया है की कई विद्वान इस मंच में माध्यम से हिंदी चिट्ठों के जगत में प्रवेश करेंगे |
इन लेखों के लिंक नीचे दिए हैं
अपना उद्धार स्वयं करें
व्यवस्था परिवर्तन संभव है परन्तु
शिक्षा क्षेत्र में प्रस्तावित नयी कानूनी रचनाये ....
1 comments:
achche link dene ke liye shukriya.
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