आपके आदेशानुसार अपनी हाल की रचनाओं का नाम और लिंक आपको भेज रहा हूँ |
जिन (मुसलमानों) से (कुफ़्फ़ार) लड़ते थे चूँकि वह (बहुत) सताए गए उस वजह से
उन्हें भी (जिहाद) की इजाज़त दे दी गई और खु़दा तो उन लोगों की मदद पर यक़ीनन
क़ादिर (व तवाना)
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निरे खुरे अल्लाह के होकर (रहो) उसका किसी को शरीक न बनाओ और जिस शख़्स ने
(किसी को) खु़दा का शरीक बनाया तो गोया कि वह आसमान से गिर पड़ा फिर उसको (या
तो दर...
1 comments:
लिंक हम चक पहुँचाने के लिए शुक्रिया!
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