आज देखिये आप यह पोस्ट , क्या कमाल की जानकारी है यहाँ ...
सर्च इंजन में सामग्री ढूंढ़ते समय कुछ छोटी-छोटी टिप्स वक्त भी बचा सकती हैं और मेहनत भी
इंटरनेट पर मनचाही सामग्री की तलाश के लिए मदद ली जाती है सर्च इंजन की। सामग्री से जुड़े की-वर्ड को जैसे ही सर्च इंजन में डाला जाता है, हजारों रिजल्ट मिलते हैं। अब समस्या शुरू होती है कि इनमें से कौनसे पेज को खोलकर देखा जाए, जिसमें जरूरत के मुताबिक सामग्री मिल सके। एक-एक कर पेज खोले जाते हैं और उसी रफ्तार से बंद भी कर दिए जाते हैं। अगर किस्मत अच्छी है तो जल्द ही सामग्री मिल जाती है और अगर आप किसी खास चीज को तलाश कर रहे हैं, तो हो सकता है कि इसके लिए कई घंटे लग जाएं। गहन और सटीक सर्च के लिए सर्च इंजन की भाषा समझना जरूरी है। इसके कुछ छोटे-छोटे नियम हैं, जो आमतौर पर काम में नहीं लिए जाते। अगर इन नियमों का ध्यान रखा जाए तो न केवल सर्च काफी धारदार हो जाएगी, बल्कि वक्त और मेहनत की भी बचत होगी। सर्च को धारदार बनाने के लिए जानिए कुछ टिप्स-
http://tips-hindi.blogspot.com/2010/01/blog-post.htmlhttp://tips-hindi.blogspot.com/2010/01/blog-post.html
इंटरनेट पर मनचाही सामग्री की तलाश के लिए मदद ली जाती है सर्च इंजन की। सामग्री से जुड़े की-वर्ड को जैसे ही सर्च इंजन में डाला जाता है, हजारों रिजल्ट मिलते हैं। अब समस्या शुरू होती है कि इनमें से कौनसे पेज को खोलकर देखा जाए, जिसमें जरूरत के मुताबिक सामग्री मिल सके। एक-एक कर पेज खोले जाते हैं और उसी रफ्तार से बंद भी कर दिए जाते हैं। अगर किस्मत अच्छी है तो जल्द ही सामग्री मिल जाती है और अगर आप किसी खास चीज को तलाश कर रहे हैं, तो हो सकता है कि इसके लिए कई घंटे लग जाएं। गहन और सटीक सर्च के लिए सर्च इंजन की भाषा समझना जरूरी है। इसके कुछ छोटे-छोटे नियम हैं, जो आमतौर पर काम में नहीं लिए जाते। अगर इन नियमों का ध्यान रखा जाए तो न केवल सर्च काफी धारदार हो जाएगी, बल्कि वक्त और मेहनत की भी बचत होगी। सर्च को धारदार बनाने के लिए जानिए कुछ टिप्स-
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