आज
में सरकार से इस पोस्ट के माध्यम से पूछना/जानना चाहता हूँ कि अगर एक
सभ्य ईमानदार व्यक्ति दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को रिश्वत नहीं दें तो
क्या वो अधिकारी मात्र एक महिला के कहने से बिना सबूतों के ही गम्भीर आरोप
लगाकर मामला दर्ज कर सकता है ? क्या किसी व्यक्ति का पक्ष सिर्फ रिश्वत
देने पर ही सुना जायेगा? क्या सारी महिलाएं सच्ची है और सारे पुरुष झूठे व
अत्याचारी होते हैं?
भारत, भारत का स्वाभिमान, भारत का संविधान बचाना है, तो बसों में रोटी सांटे,
भीड़ भरकर रैलियां करने से कुछ नहीं होगा, कोंग्रेस को खुद ओरिजनल समर्पित
कोंग्रेस की तरफ लौटकर आना होगा, कोंग्रेस को उसके अपने संविधान, उसके अपने
अनुशासन, उसके अपने विधि नियम, उसके अपने स्वाभिमान पर वापस लौटकर आना होगा,
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भारत, भारत का स्वाभिमान, भारत का संविधान बचाना है, तो बसों में रोटी सांटे,
भीड़ भरकर रैलियां करने से कुछ नहीं होगा, कोंग्रेस को खुद ओरिजनल समर्पित
कोंग्...
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