वो कौन से कारण हो सकते हैं की बच्चे इस ग्रुप के लोगो से दोस्ती करते हैं । उनके साथ व्यवहार रखते हैं और मेल जोल रखते हैं ।
इसका अंजाम लडके और लड़की के लिये तकरीबन एक सा ही हो जाता हैं लड़का अपनी जान से हाथ धोता हैं और लड़की का बलात्कार होता हैं ।
नशा करना , जुआ खेलना , शराब पीना और सेक्स का प्रचलन अब आम हो गया हैं और अब ना बालिग इस का ज्यादा शिकार हो रहे हैं ।
अपना नज़रिया निसंकोच दे ताकि इस मानसिक उथल पुथल से बाहर आने का रास्ता मिले.
इसका अंजाम लडके और लड़की के लिये तकरीबन एक सा ही हो जाता हैं लड़का अपनी जान से हाथ धोता हैं और लड़की का बलात्कार होता हैं ।
नशा करना , जुआ खेलना , शराब पीना और सेक्स का प्रचलन अब आम हो गया हैं और अब ना बालिग इस का ज्यादा शिकार हो रहे हैं ।
अपना नज़रिया निसंकोच दे ताकि इस मानसिक उथल पुथल से बाहर आने का रास्ता मिले.
2 comments:
kuch paarivarik paripati kuch sanskar kuch had se jyaada aajadi,aur sabse mukhya baat nyaaypranali ka kamjor hona in sab kukratyon ke jimmedar hain.nyaaypranali me sudhar kade dand ka dar kuch seema tak apradh kam karega.
अपने बच्चो पर ११ -१६ तक कि आयु में जो संस्कार होते ही वही जीवनभर उनकी मनोअवस्था का संचालन करते हैं.लडकी,स्रियो के साथ बुरा बर्ताव करने वालो को ये देखनेवाले लोग या कानून अगर उसी क्षण कडी सजा देता हैं तो जरूर ऐसी घटनाये कम होंगी.
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