इस विषय पर अच्छी मालूमात इस लिंक पर देखें -
जिन लोगों को माँसाहार पर ऐतराज़ है वे लोग पढ़ें -
चर्चा-ए-गोश्तखोरी -- बशीर अहमद और महात्मा नित्यानंद
सब्जीखोरी-गोश्तखोरी विषय पर चर्चा जो मौलाना हकीम बशीर अहमद और महात्मा नित्यानंद आर्य-समाजी के दरमियान हुई, जिसमें इस्लाम का बोलबाला रहा। अखबार ‘‘मुसलमान’’ अमृतसर ने उसी वक्त (22नवम्बर 1910 ई. से लेकर 25 अप्रैल 1911 ई.) छापा और अब अलेहदा किताबी शक्ल में जमीमा (परिशिष्ट)के साथ लाया गया। प्रस्तुत पुस्तक इन्टरनेट www.archive.org में सुरक्षित उर्दू किताब ‘‘मुबाहिसा-ए-गोश्तखोरी’’ का हिन्दी रूपान्तर है
लिंक :
1 comments:
बकरीद की शुभकामनायें भाई ||
Post a Comment