दामिनी का हादसा हमारे समाज के दोग़लेपन की तस्वीर है,
देखिए यह तस्वीर अपनी पूरी सच्चाई के साथ ब्लॉग ‘मुशायरा‘ पर
आप उसे आवारा या बदचलन मत कह देना Modern Girl
एक तन्ज़ एक हक़ीक़त
किसी लड़की को आप रात गए किसी पब से या सिनेमा हॉल से निकलते देखें
या दिन दहाड़े किसी पार्क या खंडहर में किसी के साथ घुसते देखें तो
आप उसे आवारा या बदचलन मत कह देना
क्योंकि वह पढ़ी-लिखी है, समझदार है, जवान है, बालिग़ है
और तरक्क़ी कर रही है
वह ख़ुद को कितना भी सजाए,
अपना कुछ भी दिखाए,
चाहे ज़माने भर को रिझाए
चाहे उसकी आबरू ही क्यों न लुट जाए
आप उसे कभी ग़लत न कहना
दोष सिर्फ़ लड़कों को, समाज को, पुलिस और नेताओं को देना
ऐसा करके आप इज़्ज़त पाएंगे
समाज का चलन उल्टा है
सच से इसे बैर है।
आप सच कहेंगे तो ज़माना आपका दुश्मन हो जाएगा
जड़ों को पानी देकर यह शाख़ें कतरता है
2 comments:
यह बहुत बड़ा सच है |सड़क पर चलने वाले दो जाने क्या रिश्ता रखते है आज कल यह भी पता नहीं चलता अ|कहाँ जा रहे है यह भी माँ बाप को पता नहीं होता |आज कल आधुनिकता के दौर में
नए बच्चों के किये बुज्जुर्ग कोण और उनके विचार
out dated हैं |
आशा
गंभीर विषय ।।
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