यह ख़बर ज़रा ख़ास है और इसे पेश करने वाले का अंदाज़ भी कुछ ख़ास ही है लिहाज़ा इसे ज्यों का त्यों पेश किया जा रहा है ताकि आप भी इसका लुत्फ़ उठा सकें-
हाल में यह खबर भारतीय मीडिया में छाई रही कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के नए प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जहीर-उल-इस्लाम बॉलिवुड अभिनेता शाहरुख खान के रिश्तेदार हैं। इससे पहले कौन आईएसआई का चीफ बना, कौन नहीं, इससे आम तौर पर हमारे देश के सामान्य लोगों को कोई मतलब नहीं रहता था। लेकिन जहीर साहब को लेकर उत्सुकता इसलिए जागी कि उनका भारतीय लिंक है और वह भी कोई मामूली नहीं। वह एक भारतीय सुपर स्टार के मामा हैं। दरअसल जहीर साहब हमारे महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नैशनल आर्मी (आईएनए) के मेजर जनरल शाहनवाज खान के भतीजे हैं और शाहरुख खान की दिवंगत मां लतीफ फातिमा नवाज उनकी गोद ली हुई बेटी थीं। इससे पहले बॉलिवुड अभिनेता सैफ अली खान के चाचा मेजर जनरल इसफंदयार अली खान पटौदी के आईएसआई चीफ बनने की अफवाहें भी उड़ी थीं।
इस तरह की खबरें कुछ पल के लिए ही सही, हर भारतीय के भीतर एक अलग तरह का अहसास जगाती हैं, जिसे बयान करना बहुत आसान भी नहीं है। ये एक अजीब सा रोमांच पैदा करती हैं। आईएसआई के चीफ किसी भारतीय के रिश्तेदार हैं, तो इससे क्या फर्क पड़ता है? क्या इससे आईएसआई की नीतियां बदल जाएंगी या कामकाज में तब्दीली आ जाएगी? शायद नहीं, पर यह सोचकर अच्छा लगता है कि पाकिस्तान के प्रशासन में अहम पद पर बैठा एक शख्स किसी न किसी रूप में हमसे भी जुड़ा है। जनरल मुशर्रफ शासन प्रमुख के रूप में चाहे जैसे भी रहे हों, पर पुरानी दिल्ली के लोगों को यह बात हमेशा गुदगुदाएगी कि जनरल का रिश्ता उनके मोहल्ले से रहा है।
हम अपनी साझा विरासत को अपने जेहन से बाहर निकाल ही नहीं सकते। वह हमारी सोच में, हमारे व्यवहार में झलक ही जाएगी। याद कीजिए, कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी में जब पाकिस्तानी दल मार्च करता आया तो तालियों की कैसी गड़गड़ाहट गूंजी थी। उसमें आत्मीयता का ज्वार उमड़ रहा था। यही हाल वहां भी है। कोई भारतीय वहां जाता है, तो लोग उत्सुकता से दिल्ली, मुंबई और लखनऊ का हाल पूछने लगते हैं। वहां भी शाहरुख और सलमान की फिल्मों के पॉप्युलर होने और बॉलिवुड के गानों पर पाकिस्तानियों के मस्त होकर नाचने में वही जज्बा दिखता है, जिसे सियासत की नजरों से समझना मुश्किल है।
Source : भारत-पाकिस्तान में गहरा है रिश्ता
1 comments:
Yes, you are correct. Even All humans belong to a single extended family of Adam & Eves. so all humans are related by blood, whether one accepts or not, it is a well established fact.
Our human love should not stop at the peripheri of our country. We must love all irrespective of country, region, religion, cast or colour.
Zafar.
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