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माफियाओं के चंगुल में ब्लागिंग -३
क्या इसी सभ्यता पर करेंगे हिंदी का सम्मान [ तीसरा भाग ]
यह टिप्पणिया "किलर झपाटा" ने मेरी पोस्ट पर की है. बड़े खुश हैं की उन्होंने "अनवर जमाल" को डिच कराया. बहुत बहादुरी का काम किया है. आपने तो विश्व विजय प्राप्त कर ली, महान हैं आप, आपने तो ऐसा पुनीत काम किया है. भारत सरकार को चाहिए की वह आपको फूल मालाओ से लाद दे. आपकी जय-जैकार होनी चाहिए. आपके नाम पर अवार्ड घोषित होना चाहिए, क्योंकि आप ही तो वह सख्श हैं जिन्होंने हिन्दुओ को बदनाम किया है, आप जैसे लोंगो की वजह से ही आज मुसलमान हम पर अंगुलिया उठाता है. हम भले ही उसे अपना छोटा भाई कहे पर मुसलमान आज यदि इस पर विश्वाश करने को तैयार नहीं है तो वह आप जैसे लोंगो की देन है. आप जिस हिंदुत्व की बात करते हैं बता सकते हैं की इस हिंदुत्व ने हमसे क्या छीना है. कट्टर हम मुसलमानों को कहते हैं पर कट्टरता हिन्दुओ की नस में भरी है. जो दर्शन सनातन धर्म में था वही दर्शन इस्लाम में है. मुसलमान ही आज के दौर में सनातन धर्म का पालन कर रहा है. हिन्दू तो भटक गया है उसे तो यह भी नहीं पता की उसका धर्म क्या है.... आगे मत पढ़िए बुरा लगेगा नहीं मानेंगे तो फिर आईये..