पूरी दुनिया की मातृभाषा Mother tounge
वैज्ञानिक मानते हैं कि मनुष्य जाति का उद्गम अफ्रीका में हुआ और वहां से मनुष्य सारी दुनिया में फैले। अब एक वैज्ञानिक शोध बताता है कि दुनिया की सभी भाषाओं की उत्पत्ति भी अफ्रीका की एक मूल भाषा से हुई है। अब तक यह माना जाता रहा है कि शायद तमाम भाषाएं मनुष्य के दुनिया में फैलने के बाद अलग-अलग विकसित हुईं, क्योंकि सभी भाषाओं में किसी प्राचीन समानता का पता नहीं चलता।
वैज्ञानिक ज्यादा से ज्यादा 9,000 वर्ष पहले एक भारतीय और यूरोपीय भाषाओं के समान उद्गम तक पहुंचे हैं, जिन्हें इंडो-यूरोपियन या भारोपीय भाषा परिवार कहा जाता है। इससे पीछे किसी भाषा का वंशवृक्ष तलाशना अब तक संभव नहीं हुआ था, लेकिन न्यूजीलैंड के एक जीवशास्त्री क्विंटन डी एटकिंसन ने एक नए तरीके से भाषाओं का वंशवृक्ष बनाने की कोशिश की।
वैज्ञानिक ज्यादा से ज्यादा 9,000 वर्ष पहले एक भारतीय और यूरोपीय भाषाओं के समान उद्गम तक पहुंचे हैं, जिन्हें इंडो-यूरोपियन या भारोपीय भाषा परिवार कहा जाता है। इससे पीछे किसी भाषा का वंशवृक्ष तलाशना अब तक संभव नहीं हुआ था, लेकिन न्यूजीलैंड के एक जीवशास्त्री क्विंटन डी एटकिंसन ने एक नए तरीके से भाषाओं का वंशवृक्ष बनाने की कोशिश की।
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3 comments:
भगवान हनुमान जयंती पर आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.
@ Rajpurohit ji ! हनुमान जी को भगवान तो मेरे पूर्वज श्री रामचंद्र जी ने भी नहीं माना भाई .
बढ़िया जानकारी!
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
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