बाबा रामदेव जी चाहते थे कि विदेशों में जमा ख़ज़ाना भारत लाया जाए और सरकार ने दिखा दिया कि बाहर से लाने की ज़रूरत तो बाद में पड़ेगी, देश के धर्मस्थलों में बहुत जमा है।
आप कहें तो पहले इसी का राष्ट्रीकरण कर दिया जाए ?
अब न तो बाबा जी से जवाब देते बन रहा है और न ही बीजेपी से।
...लेकिन यह सब हुआ क्यों और अब क्या होगा आगे ?
जानने के लिए देखिए यह लिंक
http://hbfint.blogspot.com/2011/07/indian-tradition.html
नेत्रदानी परिवार के घर के बाहर लगी पट्टीका, भी अब नेत्रदान के लिए करेगी
प्रेरित
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नेत्रदानी परिवार के घर के बाहर लगी पट्टीका, भी अब नेत्रदान के लिए करेगी
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शाइन इंडिया फाउंडेशन पिछले 13 वर्षों से हाडोती संभाग में नेत्रदान
जागरु...
2 comments:
जाते हैं दिये हुए लिंक पर!
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