चर्चा मंच पर आज पहली बार ,
देखिए
चर्चा मंच पे मेरी पहली पेशकश एस एम् मासूम
अपना परिचय देते हुए कह रहे हैं कि
मुझे यह ब्लॉगजगत एस एम् मासूम के नाम से जानता है और अमन के पैग़ाम के नाम से पहचानता भी है.जब बोलता हूँ तो बेज़बान हो जाता हूँ और चुप रहता हूँ तो अल्लाह को याद करके इंसान बन जाता हूँ. सामाजिक सरोकारों से जुड़ के काम करना पसंद करता हूँ. अपनी लेखनी का इस्तेमाल सामाजिक उत्थान के लिए अधिक करता हूँ. अपना तो काम है जो भी प्यार से मिला बस उसी के हो लिए. आशा है आप सभी को मेरी पसंद से कुछ हासिल अवश्य होगा.
1 comments:
आभारी हूँ मैं ज़नाब एस.एम. मासूम साहब का!
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चर्चा मंच पर इनका अभिनन्दन करता हूँ!
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