शिल्पा जी को गीता से प्रेम है। उनके ब्लॉग पर आप जाएंगे तो यह बात पहली नज़र में ही जान जाएंगे। आज उन्होंने ईमेल से हमें अपनी नई पोस्ट का लिंक भेजा और हम वहां गए। आपको लिंक हम दे रहे हैं, आप भी होकर आईये न
और जिस वक़्त तारे गिर पड़ेगा (2)
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सूर, तक़वीर मक्का में नाज़िल हुआ और इसकी 29 आयतें हैं जिस वक़्त आफ़ताब की
चादर को लपेट लिया जाएगा (1)
और जिस वक़्त तारे गिर पड़ेगा (2)
और जब पहाड़ चलाए जाएँ...
1 comments:
सार्थक प्रस्तुति .आभार
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