उत्तर प्रदेश के 14 ज़िले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 77 तक पहुंच गई है.
बाढ़ के कारण लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और कई स्थानों पर घरबार तबाह हो गए हैं.
राज्य के राहत आयुक्त केके सिन्हा ने कहा है कि राज्य के 72 में से 46 ज़िलों में इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा हुई है.
भारी बारिश के कारण 14 ज़िलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार साढ़े तीन लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और बारिश, बाढ, बिजली गिरने और घरों के ढहने से कम से कम 77 लोगों की मौत हुई है.
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार बाढ और बारिश से 36, 775 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है और क़रीब तीन हज़ार घर टूटे हैं.
राहत कैंपों में अब क़रीब साढ़े चार हज़ार लोग हैं.सरकार ने राहत एवं बचाव कार्यों के लिए छह करोड़ रुपए जारी किए हैं और कहा है कि राहत कार्यों में पीएसी और एनडीआरअफ की मदद ली जाएगी.
इस बीच ताज़ा रिपोर्टों के अनुसार जौनपुर, गाज़ीपुर और बहराइच में बारिश से जुड़ी घटनाओं में पाँच लोगों की मौत हुई है.
नेपाल में बाढ़ के कारण भरी हुई नदियों का पानी छोड़े जाने के कारण भी स्थिति ख़राब हुई है और उत्तर प्रदेश में बह रही गंगा, शारदा, रामगंगा, यमुना और घाघरा में पानी बढ़ गया है.
Source : http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2011/08/110819_up_floods_skj.shtml
3 comments:
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज शनिवार के चर्चा मंच पर भी की गई है!
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चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
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sab ko mera asvasan
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