इसे अमानवीय लापरवाही के अलावा क्या कहेंगे कि कोयला खदानों के अंदर लगी भूमिगत आग रेलवे लाइन तक पहुँच चुकी है लेकिन प्रबंधन को इससे कोई खतरा नहीं महसूस हो रहा है. किसी भी दिन यहाँ कोई बड़ा हादसा हो जाये तो इसकी जिम्म्मेवारी आखिर कौन लेगा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट.
रात 12 बजे कोटा से निकली टीम ने,150 km दूर बोलिया में लिया नेत्रदान
-
रात 12 बजे कोटा से निकली टीम ने,150 km दूर बोलिया में लिया नेत्रदान
2. पड़ौसी राज्य मध्य प्रदेश के बोलिया गाँव से,कोटा की टीम ने रात तीन बजे
लिया नेत्रद...







0 comments:
Post a Comment