इसे अमानवीय लापरवाही के अलावा क्या कहेंगे कि कोयला खदानों के अंदर लगी भूमिगत आग रेलवे लाइन तक पहुँच चुकी है लेकिन प्रबंधन को इससे कोई खतरा नहीं महसूस हो रहा है. किसी भी दिन यहाँ कोई बड़ा हादसा हो जाये तो इसकी जिम्म्मेवारी आखिर कौन लेगा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट.
लापरवाही की पराकाष्ठा: 36 घंटे बाद भी अंधेरे में डूबी कॉलोनी
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लापरवाही की पराकाष्ठा: 36 घंटे बाद भी अंधेरे में डूबी कॉलोनी
-केईडीएल के अफसर शिकायत पर कार्रवाई तक नहीं कर रहे
- लोग परेशान, शनिवार को दिन भर में चालू न...
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