इसे अमानवीय लापरवाही के अलावा क्या कहेंगे कि कोयला खदानों के अंदर लगी भूमिगत आग रेलवे लाइन तक पहुँच चुकी है लेकिन प्रबंधन को इससे कोई खतरा नहीं महसूस हो रहा है. किसी भी दिन यहाँ कोई बड़ा हादसा हो जाये तो इसकी जिम्म्मेवारी आखिर कौन लेगा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट.
कांग्रेस हो या फिर भाजपा ,, इन दो सालों में तो कोटा वालों के लिए, इस पार्टी
के दोनों लोग, बेमिसाली तोर पर बेशर्म और नाकारा साबित हुए है , वोह बात अलग
है के सत्ता में कांग्रेस के रहते
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कांग्रेस हो या फिर भाजपा ,, इन दो सालों में तो कोटा वालों के लिए, इस पार्टी
के दोनों लोग, बेमिसाली तोर पर बेशर्म और नाकारा साबित हुए है , वोह बात अलग
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