निवेदन
* भारतीय नारी ब्लॉग के योगदानकर्ता आने वाले माह में किस विषय पर लिखना चाहेंगे ?
*इस ब्लॉग के पाठक किस विषय पर पढना चाहेंगें ?
इन विषयों में से चुनें-
*दहेज़ प्रथा का जीवन पर कुप्रभाव
*महिला सशक्तिकरण -दशा व् दिशा
*कामकाजी नारी की समस्याएं
अन्य कोई विषय आप सुझाना चाहें तो आपका हार्दिक स्वागत है .३१ अगस्त २०११ तक टिप्पणी रूप में सूचित करने की अनुकम्पा करें .
शिखा कौशिक
2 comments:
शास्त्री जी
नमस्कार
कोई विषय तो चुनकर बताते आप भी .
आभार
नारी-व्यथा पर आपकी पोस्ट पढ़कर एक फ़िल्मी गाना,जो मुझे बहुत प्रिय है,याद आ गया.
गाना है:-
नारी जीवन झूले की तरह,इस पार कभी,उस पार कभी.
होंठों पे मधुर मुस्कान कभी,आँखों में असुवन धार कभी.
ये पूरा गाना कभी u-tube पर सुनियेगा.
नारी भारत में हमेशा सम्मान की नज़र से देखी जाती रही है.
हाँ,वर्तमान में पाश्चात्य पहनावे को अपना लेना दुखद है तथा भारतीय सोच के विपरीत है..अतः पहनावे पर नारी को पुनर्विचार की आवश्यकता है
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