देखिये :-
अब आप किसी हिंदी में लिखे या छापे पृष्ठ को बिना टाइप किये इस सॉफ्टवेयर की मदद से टेक्स्ट के रूप में प्राप्त कर सकते हैं ।
और जिस वक़्त तारे गिर पड़ेगा (2)
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सूर, तक़वीर मक्का में नाज़िल हुआ और इसकी 29 आयतें हैं जिस वक़्त आफ़ताब की
चादर को लपेट लिया जाएगा (1)
और जिस वक़्त तारे गिर पड़ेगा (2)
और जब पहाड़ चलाए जाएँ...
2 comments:
वाह ..
यह 'सी-डैक' सरकारी उद्योग है. इसके प्रोडक्ट्स की इंस्टालेशंस के लिए पहले विंडोज़ के पुराने वर्शंस लगाने पड़ते हैं. ये मंगल जैसा एक भी फ़ांट पैदा नहीं कर सके हैं. 'श्रुतलेखन' इनका सबसे बढ़िया प्रोडक्ट रहा वह भी IBM की मदद से था.
जहाँ चित्राँकन का सवाल है एक फाइल chitrankan.ini आपको नहीं मिलेगी. कोशिश करते रहिए.
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