सोने पर सुहागा वाले डा. अयाज़ साहब का ख़याल देखिये :
जीवन के अलग अलग रंग होते हें और सबके संघर्ष का रंग भी अलग अलग होता है किसी के लिए vah किस रूप में सामने आता है और उसको कौन कैसे अपने ढंग से अपने अनुकूल बना कर आगे चलता है कि वह सारी चुनौती अपने पैर समेट कर पीछे हो जाती है। आज अपनी कहानी सुना रहे हें डॉ अनवर जमाल खान --
ब्लॉगर्स मीट वीकली (36) Vajr aasan
हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम इंटरनेशनल
ब्लॉगर्स मीट वीकली (36) Vajr aasan
http://hbfint.blogspot.com/2012/03/36-vajr-aasan.html
पेशे खि़दमत है-
प्रस्तुतकर्ता रेखा श्रीवास्तवजीवन के अलग अलग रंग होते हें और सबके संघर्ष का रंग भी अलग अलग होता है किसी के लिए vah किस रूप में सामने आता है और उसको कौन कैसे अपने ढंग से अपने अनुकूल बना कर आगे चलता है कि वह सारी चुनौती अपने पैर समेट कर पीछे हो जाती है। आज अपनी कहानी सुना रहे हें डॉ अनवर जमाल खान --
1 comments:
यह पोस्ट पढ़ी थी। लाजवाब पोस्ट है।
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