ब्लॉग जगत में पूछा जा रहा है कि
क्या सच में हैवानियत का शिकार हुई मासूम रिंकल ?
सिंध पाकिस्तान की एक हिंदू लड़की रिंकल का अपहरण कर के उसे ज़बरदस्ती मुसलमान बना ने कि खबर आज कल ज़ोरों पे चल रही है | पाकिस्तान और हिंदुस्तान दोनों में इस कहानी के दो रुख हैं | पहला तो यह कि ज़बरदस्ती इस्लाम कुबूल करवाया और दूसरा यह कि रिंकल ने खुद इस्लाम कुबूल किया |
सच क्या है वो तो वही जानें जो रिंकल से मिल चुके हैं लेकिन रिंकल का साक्षात्कार वाला यह विडियो कहता है कि उसने मर्ज़ी से इस्लाम कुबूल किया है | यह और बात है कि ऐसे साक्षात्कारो पे कितना यकीन किया जाए यह यहाँ बैठ के फैसला करना बहुत ही मुश्किल है |
रिंकल ने मर्ज़ी से यदि इस्लाम कुबूल किया है तब तो वो हुई मुसलमान लेकिन यदि उसके साथ ज़बरदस्ती हुई है तो वो मुसलमान नहीं हुई और कुरान के हुक्म के खिलाफ जाते हुई किसी को मुसलमान बनाने कि कोशिश करना किसी मुसलमान का काम नहीं हों सकता |
इस्लाम में किसी भी लड़की कि शादी ज़बरदस्ती किसी के साथ नहीं करवाई जा सकती और अगर ज़बरदस्ती की गयी तो निकाह सही नहीं माना जाता |
ऐसे ज़बर्दास्तियाँ राजनीती से प्रेरित तो हों सकती हैं लेकिन इस्लाम से इनका कुछ लेना देना नहीं
अगर यह सच में ज़बरदस्ती है तो इसके खिलाफ सभी हिंदू और मुसलाम दोनों को आवाज़ उठानी चाहिए | और अगर यह ज़बरदस्ती नहीं है तो ऐसी अफवाहों को बढ़ावा भी नहीं देना चाहिए |
2 comments:
बहुत बेहतरीन व प्रभावपूर्ण रचना....
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
बहुत बेहतरीन व प्रभावपूर्ण रचना....
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
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