आपके घर में रोशनी आये, हवा का आना जाना न रूके, बारिश व सीलन से घर बचा रहे व कीमती सामान सुरक्षित रहे... यदि आपका घर यह सब कर रहा है तो उसमें कोई वास्तु दोष नहीं... बेफिकर उसमें रहिये... जीवन की अपनी सफलताओं व विफलताओं व अपने आसपास के लोगों से अपने अच्छे-बुरे संबंधों के कारण अपने अंदर ढूंढिये... और कोई स्वयंभू वास्तु विशेषज्ञ यदि आपको फिर भी घर के वास्तुदोष गिना रहा है तो आप सीना तान के उस से कहिये...
बंधु,
कर रहे हो एक धोखा, तुम सबसे, नाम वास्तु है !
उनकी पोस्ट पर हमारा विचार यह है-
विचार भी वस्तु मात्र हैं. घर-दूकान और वस्तुओं का वास्तु ठीक करने के बाद भी समस्या से नजात न मिले तो अपने विचार का वास्तु ठीक कर लीजिये आपकी समस्या दूर हो जायेगी.
आप चिंता, नफ़रत और ग़ुस्सा छोड़ दीजिये, आपके शरीर में फ़ालतू एसिड नहीं बनेगा. एसिड की ज़्यादती से होने वाली बीमारियों से आप बचे रहेंगे। आप दुश्मनों को माफ़ कर दीजिये. आपका मन निर्मल हो जाएगा. सारी मनोग्रंथियाँ विलीन हो जायेंगी तो आपके मनोरोग भी चले जायेंगे। आप लोगों से मुस्कुरा कर मिलें, हर जगह आपका स्वागत किया जाएगा. आप नौकरी कर रहे हैं तो स्किल्ड लेबर है. आप हमेशा तंगदस्त और क़र्ज़दार रहेंगे. ५० साल में आप जो बचायेंगे उसे आप से किसी अस्पताल में ५० दिन में ले लिया जाएगा. आप अपना छोटा सा बिजनेस शुरू करें. समय के साथ वह बढ़ता जाएगा और दो चार साल में ही आप धनवान हो जायेंगे.
यह सब तब होगा जब आप अपने विचार का वास्तु ठीक कर लेंगे.
6 comments:
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विचार का वास्तु ठीक करने के बारे में आपकी राय असरदार है...
आभार!
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राय बढिया है जो माने उसके लिये जो ना माने उसका क्या
उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवार के चर्चा मंच पर ।।
सभी भाईयों का शुक्रिया .
आपका विचार के वास्तु को सुधारने का सुझाव और नुस्खा दोनों ही महत्वपूर्ण बात है। आपने बहुत ही असरदार बात कही है - आपको मेरा धन्यवाद ...
आपका विचार के वास्तु को सुधारने का सुझाव और नुस्खा दोनों ही महत्वपूर्ण बात है। आपने बहुत ही असरदार बात कही है - आपको मेरा धन्यवाद ...
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