महेन्द्र श्रीवास्तव जी
बता रहे हैं अपना क़िस्सा -
देवी भक्तों ने जमकर उड़ाया नानवेज !
देवी के भक्तों ने कल यानि 10 अप्रैल की रात को जमकर उड़ाया नानवेज ! वैसे तो मैं नवरात्र में पूरे नौ दिन व्रत ना करके पहले और आखिरी दिन ही व्रत करता हूं, लेकिन कोशिश ये रहती है कि इस दौरान नानवेज से दूरी बनाएं रखें। दूरी बनाएं रखें का मतलब नवरात्र तक परहेज किया जाए। वैसे मैडम नौ दिन व्रत रहती हैं, इसलिए घर पर बनाना भी मुश्किल है। अब हुआ ये कि कल शाम बच्चों ने कहा कि 11 अप्रैल यानि कल से नवरात्र शुरू हो रहा है तो नानवेज बंद हो जाएगा, तो क्यों ना आज रात में कुछ नानवेज बाहर से ही मंगा लें। बच्चों की राय मुझे अच्छी लगनी ही थी, क्योंकि मैं तो नानवेज खाने के लिए 40-50 किलोमीटर सफर भी करना पड़े तो पीछे हटने वाला नहीं हूं।
बस फिर क्या होम डिलीवरी के लिए रात नौ साढे नौ बजे के करीब रेस्टोरेंट पर फोन करना शुरू किया।
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किस्सा सच्चा है और दिलचस्प भी . उनके व्यवहारिक अनुभव बतलाते हैं कि मांस के लिए आकर्षण और देवियों के लिए श्रद्धा में संतुलन बनाकर चलने में भारतीय लोगों का कोई मुकाबला नहीं है.
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2 comments:
यह पोस्ट तो पहले से ही आधा सच पर लगी है।
happy navratra & navsamvatsar-2070..नवसम्वतसर-२०७० की हार्दिक शुभकामनाएँ...!
आदरणीय !
'ब्लॉग की ख़बरें' पर चंद लाइन्स के साथ उन्हीं पोस्ट्स का लिंक दिया जाता है जो पहले से ही किसी ब्लॉग पर हों.
आभार .
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