...मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि पं. नारायणदत्त तिवारी जैसा विनम्र राजनीतिज्ञ लाखों में एक होता है।
जो घटनाक्रम तिवारी जी के साथ हुआ वह वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है।
...अब
स्व.शेरसिंह की पुत्री उज्जवला की बात करें तो सरासर गलती उज्जवला की ही
है। एक शादीशुदा महिला ने उस समय के जाने-माने राजनीतिज्ञ को अपने जाल
में फँसाया और उसके साथ हमबिस्तर हुई।
क्या यह सच नहीं है ?
क्या तिवारी
उसके घर बलात्कार करने गया था ?
इस सेक्स के खेल में यदि सन्तान हो गई तो
गलती किसकी है ?