इंसान को अपनी बेहतरी के लिये खुद ही संघर्ष करना पड़ता है. हरेक इंसान को जानना चाहिये कि उसके लिये क्या बेहतर है ? आज़ादी की सालगिरह मुबारक. जंगे-आज़ादी के नायक अशफाक उल्ला खान देश की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूमने वाले अशफाक उल्ला खान जंग-ए-आजादी के महानायक थे।अंग्रेजों ने उन्हें अपने...
दोस्तों मेरे भाई रफीक पठान के हाथ मे कैमरा नहीं , यह तीसरी आंख है
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दोस्तों मेरे भाई रफीक पठान के हाथ मे कैमरा नहीं , यह तीसरी आंख है ,
पत्रकार की निष्पक्ष कलम है , जिसका तहलका हम रोज़ देख रहे है , आज इस कलमकार ,
सेवाभावी...