बाबा रामदेव जी चाहते थे कि विदेशों में जमा ख़ज़ाना भारत लाया जाए और सरकार ने दिखा दिया कि बाहर से लाने की ज़रूरत तो बाद में पड़ेगी, देश के धर्मस्थलों में बहुत जमा है।
आप कहें तो पहले इसी का राष्ट्रीकरण कर दिया जाए ?
अब न तो बाबा जी से जवाब देते बन रहा है और न ही बीजेपी से।
...लेकिन यह सब हुआ क्यों और अब क्या होगा आगे ?
जानने के लिए देखिए यह लिंक
http://hbfint.blogspot.com/2011/07/indian-tradition.html
अदालतों में दिन प्रतिदिन की सुनवाई के उच्च न्यायालय के सर्कुलर को रद्द कर
नया व्यवहारिक सर्कुलर जारी करने की मांग को लेकर , एडवोकेट जमील अंसारी का
माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय को खुला पत्र
-
अदालतों में दिन प्रतिदिन की सुनवाई के उच्च न्यायालय के सर्कुलर को रद्द कर
नया व्यवहारिक सर्कुलर जारी करने की मांग को लेकर , एडवोकेट जमील अंसारी का
माननी...
2 comments:
जाते हैं दिये हुए लिंक पर!
link par jate hain GURUDEV !
Post a Comment