ब्लॉगर साथियो ! पता चला है कि ‘अमन का पैग़ाम‘ देने वाले जनाब एस. एम. मासूम साहब के दिमाग़ में ब्लड की क्लॉटिंग हो गई थी। जिसकी वजह से उन्हें मेजर आप्रेशन से गुज़रना पड़ा। इस मौक़े पर हम सब उनकी सेहत के लिए मालिक से दुआ करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वह जल्द ही सेहतयाब होकर फिर से अमन का पैग़ाम देंगे। उनके पैग़ाम की इस दुनिया को अभी बहुत ज़रूरत है।
और (ऐ रसूल) कु़रान में (कुछ) मूसा का (भी) तज़किरा करो इसमें शक नहीं कि वह
(मेरा) बन्दा और साहिबे किताब व शरीयत नबी था
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और (ऐ रसूल) कु़रान में (कुछ) मूसा का (भी) तज़किरा करो इसमें शक नहीं कि वह
(मेरा) बन्दा और साहिबे किताब व शरीयत नबी था (51)
और हमने उनको (कोहे तूर) की दाह...