ये टीम अन्ना तो हाथ धोकर भ्रष्टाचार के पीछे पड़ गयी है. लगता है कि इसका नामो-निशान ही मिटाकर दम लेगी. कोई उन्हें समझाए कि भ्रष्टाचार हर किसी के वश की बात नहीं है. यह भी एक कला है जिसे लंबी साधना के बाद हासिल किया जाता है. कुछ लोगों ने तो अपना पूरा जीवन ही इसकी साधना में होम कर दिया है. अब जीवन के इस मुकाम पर आकर वे इसे छोड़ दें...यह उचित है..?
गुमानपुरा शॉपिंग सेंटर स्थित पाठक फूड्स रेस्टोरेंट के खाने की शुद्धता ,
खाने की लज़्ज़त , परोसकारी में विनम्रता , ग्राहकों के साथ सहज सरल सुलूक ,
पाठक फूड्स रेस्टोरेंट को , कोटा के सभी रेस्टोरेंट से अलग , बहतर , अव्वल बना
देता है
-
गुमानपुरा शॉपिंग सेंटर स्थित पाठक फूड्स रेस्टोरेंट के खाने की शुद्धता ,
खाने की लज़्ज़त , परोसकारी में विनम्रता , ग्राहकों के साथ सहज सरल सुलूक ,
पाठक फू...
0 comments:
Post a Comment