Saleem Khan & Anwer Jamal Khan |
प्रेरणा अर्गल जी और डॉ.अनवर जमाल जी की ये संयुक्त प्रस्तुति बहुत ही सार्थक पहल है और जिस शालीन ढंग से यहाँ ब्लोग्स की पोस्ट की चर्चा की जाती है वह सारे ब्लॉग जगत में सराहनीय है.सही कहा कि जब त्यौहार साथ साथ हो सकते हैं तो हम उन्हें साथ साथ मनाने से गुरेज़ क्यों करें.हम तो अपने बचपन से ही सारे त्यौहार साथ साथ मनाते रहे हैं और यदि ईश्वर की और इस धरती पर बसे सत्पुरुषों की कृपा दृष्टि यूँ ही बनी रही तो सारी जिंदगी हम मिल जुल कर ही अपने जीवन को हंसी ख़ुशी बिताना चाहेंगे.
2 comments:
अनवर जी -
आपसे एक गलती हो गयी है .ये कोई पहेली नहीं .आपने शालिनी जी की राय को मेरी राय बता दिया है .ये सही है कि मेरी भी यही राय है पर टिप्पणी रूप में शालिनी जी ने प्रकट की थी .आप शीर्षक में सुधार लीजिये .आभार
दोनों बहनों को पहचानने में भूल हो ही जाती है।
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श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
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