मेरठ के 'गे डॉक्टर' की मर्डर मिस्ट्री से पर्दा हटा
मेरठ।। मेरठ के डॉक्टर अक्षय राजवंशी के मर्डर मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस ने सोमवार को इस मर्डर से जुड़े एक राज़दार नूर मोहम्मद उर्फ चांदनी और हत्यारे साबिर को गिरफ्तार किया। नूर ने इस मर्डर मिस्ट्री के पीछे का जो किस्सा बयां किया, वह जानकर हर कोई हैरान है।
डॉक्टर के हंसमुख चेहरे के पीछे था हैवान
हंसमुख और मददगार डॉक्टर अक्षय राजवंशी के कैरक्टर का एक दूसरा पहलू भी था। नूर की मानें तो डॉक्टर समलैंगिक था और इसी वजह से उसकी जान गई। नूर और डॉक्टर अक्षय एक-दूसरे को कुछ समय से जानते थे। नूर के मुताबिक उसके एक साथी परवेज उर्फ वसीम ने उसे 14 जनवरी को डॉक्टर अक्षय से मिलवाया था। वह एलर्जी का इलाज कराने गया था।
सेक्स के लिए शैतान बन जाता था डॉक्टर
नूर पिछले कई सालों से समलैंगिक संबंधों में शामिल था। उसकी एलर्जी की वजह भी यही थी। डॉक्टर अक्षय को वह आसान शिकार लगा और उसने उसे संबंध बनाने के लिए राजी कर लिया। डॉक्टर ने उसे दूसरे दिन बुलाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। बदले में कुछ पैसे भी दिए। 16 जनवरी को भी डॉक्टर ने उसके साथ ऐसा ही किया। नूर के मुताबिक शारीरिक संबंध बनाते समय डॉक्टर सेक्सवर्द्धक गोलियां लेता था। इसके बाद वह हैवान बन जाता था। उसकी हैवानियत के चलते ही वह डॉक्टर से बुरी तरह से डर चुका था। डॉक्टर के इस रूप से डर चुके नूर ने अपने एक साथी भावनपुर के स्याल गांव के साबिर को डॉक्टर के पास भेजने की पेशकश की। डॉक्टर मान गया। वह साबिर को लेकर डॉक्टर के क्लीनिक पहुंचा।
...और कर दी डॉक्टर की हत्या
नूर ने बताया कि डॉक्टर और साबिर ने साथ बैठकर शराब पी। इसके बाद घिनौना खेल शुरू हुआ। डॉक्टर के वहशीपन को देख साबिर ने उसे अलग हटने को कहा, लेकिन डॉक्टर पर हवस सवार थी। साबिर को गुस्सा आ गए। साबिर ने हीटर के तार से डॉक्टर का गला घोंट डाला। हत्या के बाद उसने लूटपाट भी की। बाद में उसने साबिर ने नूर को सारा किस्सा बताया। लेकिन डॉक्टर की हत्या की मर्डर मिस्ट्री पर ज्यादा दिनों तक पर्दा नहीं पड़ा रह सका। पुलिस ने एक-एक कर सारे राज़ उगलवा लिए।
नूर की भी है अजब कहानी
डॉ. अक्षय की हत्या के सिलसिले में पकड़े गए नूर मोहम्मद का 2008 में मेरठ की गुलिस्ता से निकाह हुआ था। बकौल नूर, उसके शारीरिक रूप से अक्षम होने की वजह से पत्नी के संबंध छोटे भाई से हो गए। उससे एक बच्चा भी हुआ, लेकिन उसकी मौत हो गई और बीवी भी घर छोड़कर चली गई। इसके बाद से नूर 'चांदनी' बन गया। डांस-पार्टियों में गाने-बजाने के धंधे से जुड़ गया। इस दौरान वह समलैंगिकता का शिकार हो गया। चांदनी क्लब में आधा दर्जन ऐसे युवक हैं, जो समलैंगिक संबंधों में लिप्त हैं।
चांदनी क्लब की अपनी अलग दुनिया है। समलैंगिक युवकों की कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है कि डॉक्टर, इंजिनियर से लेकर प्रफेसर तक इस क्लब की सेवा ले रहे हैं। आठ साल पहले एक कारखाने में काम के दौरान नूर की मुलाकात स्याल गांव के साबिर से हुई। साबिर से उसके शारीरिक संबंध बने। बकौल पुलिस, इसके बाद साबिर ने अपनी बीवी नसरीन और छह बच्चों को छोड़कर नूर से निकाह कर लिया।
फिलहाल नूर और साबिर पति-पत्नी के रूप में रह रहे थे। शाबिर अपराधी प्रवृत्ति का भी है। उसके खिलाफ लूट के तीन मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक इनके गैंग में महताब सिनेमा निवासी परवेज भी शामिल था। परवेज ने ही नूर को डॉक्टर अक्षय से मिलवाया। ठेला लगाने का काम करने वाले परवेज ने बताया कि डॉ अक्षय से उसकी मुलाकात जगत सिनेमा के बाहर हुई थी। इसके बाद डॉक्टर ने उसे काम दिलाने के बहाने क्लीनिक पर बुलाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। पुलिस खिवाई गांव के हसनैन की भी तलाश में है। हसनैन भी समलैंगिक है और इसी गैंग में शामिल है।
Source : http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/11611611.cms
डॉक्टर के हंसमुख चेहरे के पीछे था हैवान
हंसमुख और मददगार डॉक्टर अक्षय राजवंशी के कैरक्टर का एक दूसरा पहलू भी था। नूर की मानें तो डॉक्टर समलैंगिक था और इसी वजह से उसकी जान गई। नूर और डॉक्टर अक्षय एक-दूसरे को कुछ समय से जानते थे। नूर के मुताबिक उसके एक साथी परवेज उर्फ वसीम ने उसे 14 जनवरी को डॉक्टर अक्षय से मिलवाया था। वह एलर्जी का इलाज कराने गया था।
सेक्स के लिए शैतान बन जाता था डॉक्टर
नूर पिछले कई सालों से समलैंगिक संबंधों में शामिल था। उसकी एलर्जी की वजह भी यही थी। डॉक्टर अक्षय को वह आसान शिकार लगा और उसने उसे संबंध बनाने के लिए राजी कर लिया। डॉक्टर ने उसे दूसरे दिन बुलाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। बदले में कुछ पैसे भी दिए। 16 जनवरी को भी डॉक्टर ने उसके साथ ऐसा ही किया। नूर के मुताबिक शारीरिक संबंध बनाते समय डॉक्टर सेक्सवर्द्धक गोलियां लेता था। इसके बाद वह हैवान बन जाता था। उसकी हैवानियत के चलते ही वह डॉक्टर से बुरी तरह से डर चुका था। डॉक्टर के इस रूप से डर चुके नूर ने अपने एक साथी भावनपुर के स्याल गांव के साबिर को डॉक्टर के पास भेजने की पेशकश की। डॉक्टर मान गया। वह साबिर को लेकर डॉक्टर के क्लीनिक पहुंचा।
...और कर दी डॉक्टर की हत्या
नूर ने बताया कि डॉक्टर और साबिर ने साथ बैठकर शराब पी। इसके बाद घिनौना खेल शुरू हुआ। डॉक्टर के वहशीपन को देख साबिर ने उसे अलग हटने को कहा, लेकिन डॉक्टर पर हवस सवार थी। साबिर को गुस्सा आ गए। साबिर ने हीटर के तार से डॉक्टर का गला घोंट डाला। हत्या के बाद उसने लूटपाट भी की। बाद में उसने साबिर ने नूर को सारा किस्सा बताया। लेकिन डॉक्टर की हत्या की मर्डर मिस्ट्री पर ज्यादा दिनों तक पर्दा नहीं पड़ा रह सका। पुलिस ने एक-एक कर सारे राज़ उगलवा लिए।
नूर की भी है अजब कहानी
डॉ. अक्षय की हत्या के सिलसिले में पकड़े गए नूर मोहम्मद का 2008 में मेरठ की गुलिस्ता से निकाह हुआ था। बकौल नूर, उसके शारीरिक रूप से अक्षम होने की वजह से पत्नी के संबंध छोटे भाई से हो गए। उससे एक बच्चा भी हुआ, लेकिन उसकी मौत हो गई और बीवी भी घर छोड़कर चली गई। इसके बाद से नूर 'चांदनी' बन गया। डांस-पार्टियों में गाने-बजाने के धंधे से जुड़ गया। इस दौरान वह समलैंगिकता का शिकार हो गया। चांदनी क्लब में आधा दर्जन ऐसे युवक हैं, जो समलैंगिक संबंधों में लिप्त हैं।
चांदनी क्लब की अपनी अलग दुनिया है। समलैंगिक युवकों की कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है कि डॉक्टर, इंजिनियर से लेकर प्रफेसर तक इस क्लब की सेवा ले रहे हैं। आठ साल पहले एक कारखाने में काम के दौरान नूर की मुलाकात स्याल गांव के साबिर से हुई। साबिर से उसके शारीरिक संबंध बने। बकौल पुलिस, इसके बाद साबिर ने अपनी बीवी नसरीन और छह बच्चों को छोड़कर नूर से निकाह कर लिया।
फिलहाल नूर और साबिर पति-पत्नी के रूप में रह रहे थे। शाबिर अपराधी प्रवृत्ति का भी है। उसके खिलाफ लूट के तीन मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक इनके गैंग में महताब सिनेमा निवासी परवेज भी शामिल था। परवेज ने ही नूर को डॉक्टर अक्षय से मिलवाया। ठेला लगाने का काम करने वाले परवेज ने बताया कि डॉ अक्षय से उसकी मुलाकात जगत सिनेमा के बाहर हुई थी। इसके बाद डॉक्टर ने उसे काम दिलाने के बहाने क्लीनिक पर बुलाया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। पुलिस खिवाई गांव के हसनैन की भी तलाश में है। हसनैन भी समलैंगिक है और इसी गैंग में शामिल है।
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