पूर्वांचल के सभी बंधुओ एवं बहनों को मेरा प्रणाम...
माननीय हरीश जी के मार्गदर्शन में इस ब्लॉग को आगे बढ़ाते हुए मुझे अत्यंत ख़ुशी हो रही है..मैं व्यक्तिगत रूप से पूर्वांचल की पहचान के लिए कुछ करना चाहता था..हरीश जी ने एक मंच दिखा दिया.
बंधुओं पूर्वांचल किसी परिचय का मोहताज नहीं है.दुर्भाग्यवश हम सभी ने कभी भी राष्ट्रीय व वैश्विक धरातल में पूर्वांचल के योगदान का सही विश्लेष्ण ही नहीं किया..विविध कारण है इसके राजनैतिक सामाजिक आर्थिक व अन्य कई ....
मेरा सभी पूर्वांचल के बंधुओ से अनुरोध है की ये किसी व्यक्ति विशेष का मंच नहीं है ये मंच है पूर्वांचल व पूर्वांचल का भला सोचने वाले सभी भाइयों एवं बहनों का..मैं इस मंच में उस आखिरी व्यक्ति का योगदान भी चाहता हूँ जिसने अब तक लिखना पढना नहीं सिखा है,जिसे ये नहीं मालूम की शाम को उसके बच्चों का पेट भरेगा या नहीं हाँ मैं उसका भी योगदान चाहता हूँ जो किसी अन्य प्रदेश में जा कर पूर्वांचल का भईया कहा जाता है और कुछ देशद्रोहियों द्वारा सताया जाता है...वो ब्लॉग ई मेल और पोस्ट नहीं लिख सकते..
बंधुओ लेख तो हम सब लिख सकतें है मगर जब तक हम उस आखिरी व्यक्ति की आवाज को इस मंच पर नहीं ले आते प्रयास सार्थक नहीं होगा..आप सभी से अनुरोध है पूर्वांचल के योगदान में मेरा मार्गदर्शन एवं सहयोग करें व अपने इस मंच पर बेधड़क जो कुछ भी लिखना चाहतें है पूर्वांचल के संदर्भ में लिखें.
आइये हम पूर्वांचल की मिटटी को उसकी खोयी हुई पहचान वापस देने का एक प्रयास करें...
माननीय हरीश जी के मार्गदर्शन में इस ब्लॉग को आगे बढ़ाते हुए मुझे अत्यंत ख़ुशी हो रही है..मैं व्यक्तिगत रूप से पूर्वांचल की पहचान के लिए कुछ करना चाहता था..हरीश जी ने एक मंच दिखा दिया.
बंधुओं पूर्वांचल किसी परिचय का मोहताज नहीं है.दुर्भाग्यवश हम सभी ने कभी भी राष्ट्रीय व वैश्विक धरातल में पूर्वांचल के योगदान का सही विश्लेष्ण ही नहीं किया..विविध कारण है इसके राजनैतिक सामाजिक आर्थिक व अन्य कई ....
मेरा सभी पूर्वांचल के बंधुओ से अनुरोध है की ये किसी व्यक्ति विशेष का मंच नहीं है ये मंच है पूर्वांचल व पूर्वांचल का भला सोचने वाले सभी भाइयों एवं बहनों का..मैं इस मंच में उस आखिरी व्यक्ति का योगदान भी चाहता हूँ जिसने अब तक लिखना पढना नहीं सिखा है,जिसे ये नहीं मालूम की शाम को उसके बच्चों का पेट भरेगा या नहीं हाँ मैं उसका भी योगदान चाहता हूँ जो किसी अन्य प्रदेश में जा कर पूर्वांचल का भईया कहा जाता है और कुछ देशद्रोहियों द्वारा सताया जाता है...वो ब्लॉग ई मेल और पोस्ट नहीं लिख सकते..
बंधुओ लेख तो हम सब लिख सकतें है मगर जब तक हम उस आखिरी व्यक्ति की आवाज को इस मंच पर नहीं ले आते प्रयास सार्थक नहीं होगा..आप सभी से अनुरोध है पूर्वांचल के योगदान में मेरा मार्गदर्शन एवं सहयोग करें व अपने इस मंच पर बेधड़क जो कुछ भी लिखना चाहतें है पूर्वांचल के संदर्भ में लिखें.
आइये हम पूर्वांचल की मिटटी को उसकी खोयी हुई पहचान वापस देने का एक प्रयास करें...
आशुतोष नाथ तिवारी
अध्यक्ष-- पूर्वांचल ब्लोगर्स असोसिएसन
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