यह जानने के लिए देखें :
मूसा ने कहा खु़दा ज़रूर फरमाता है कि वह गाय न तो इतनी सधाई हो कि ज़मीन जोते
न खेती सीचें भली चंगी एक रंग की कि उसमें कोई धब्बा तक न हो, वह बोले अब (जा
के) ठीक-ठीक बयान किया, ग़रज़ उन लोगों ने वह गाय हलाल की हालाँकि उनसे उम्मीद
न थी वह कि वह ऐसा करेंगे
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मूसा ने कहा खु़दा ज़रूर फरमाता है कि वह गाय न तो इतनी सधाई हो कि ज़मीन
जोते न खेती सीचें भली चंगी एक रंग की कि उसमें कोई धब्बा तक न हो, वह बोले अब
(जा क...
2 comments:
aur yahi param satya hai jise bade se bada satyavadi bhi sweekarna nahi chahta.
@ शालिनी जी ! आपने बिल्कुल ठीक कहा है।
शुक्रिया !
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