इसे अमानवीय लापरवाही के अलावा क्या कहेंगे कि कोयला खदानों के अंदर लगी भूमिगत आग रेलवे लाइन तक पहुँच चुकी है लेकिन प्रबंधन को इससे कोई खतरा नहीं महसूस हो रहा है. किसी भी दिन यहाँ कोई बड़ा हादसा हो जाये तो इसकी जिम्म्मेवारी आखिर कौन लेगा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट.
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, भरेगए नेत्रदान देहदान संकल्प पत्र
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गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, भरेगए नेत्रदान देहदान संकल्प पत्र
2. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर ग्रामीणों ने भरे नेत्रदान देहदान संकल्प पत्र
गुरु पूर्णिमा के पा...
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