इसे अमानवीय लापरवाही के अलावा क्या कहेंगे कि कोयला खदानों के अंदर लगी भूमिगत आग रेलवे लाइन तक पहुँच चुकी है लेकिन प्रबंधन को इससे कोई खतरा नहीं महसूस हो रहा है. किसी भी दिन यहाँ कोई बड़ा हादसा हो जाये तो इसकी जिम्म्मेवारी आखिर कौन लेगा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट.
देर रात,तेज बारिश में शहर में संपन्न हुए दो नेत्रदान
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देर रात,तेज बारिश में शहर में संपन्न हुए दो नेत्रदान
सोमवार देर रात शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से दो देवलोक-गामियों के
नेत्रदान परिजनों के सहयोग से ...

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