इसे अमानवीय लापरवाही के अलावा क्या कहेंगे कि कोयला खदानों के अंदर लगी भूमिगत आग रेलवे लाइन तक पहुँच चुकी है लेकिन प्रबंधन को इससे कोई खतरा नहीं महसूस हो रहा है. किसी भी दिन यहाँ कोई बड़ा हादसा हो जाये तो इसकी जिम्म्मेवारी आखिर कौन लेगा. पढ़िए पूरी रिपोर्ट.
कोटा के कुन्हाड़ी जैन मंदिर में श्रुत संवेगी महाश्रमण 108 जैन मुनि श्री
आदित्य सागर जी महाराज के सानिध्य में
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जयपुर, 8 नवम्बर —
विगत वर्ष 14 नवम्बर को कोटा के कुन्हाड़ी जैन मंदिर में श्रुत संवेगी महाश्रमण
108 जैन मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज के सानिध्य में स्थ...

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