देखिए डा. अरविंद मिश्रा जी की एक अच्छी पोस्ट.
सच्चे ईमानदार तो बस वही लोग हैं कि जब (उनके सामने) ख़़ुदा का जि़क्र किया
जाता है तो उनके दिल हिल जाते हैं और जब उनके सामने उसकी आयतें पढ़ी जाती हैं
तो उनके इमान को और भी ज़्यादा कर देती हैं और वह लोग बस अपने परवरदिगार ही पर
भरोसा रखते हैं
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सूरए अनफ़ाल मदीना में नाजि़ल हुआ और इसमें पच्हत्तर (75) आयतें हैं
ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
(ऐ रसूल) तुम से लोग...
5 comments:
आपकी इस उत्कृष्ठ प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार १५ /५/१२ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी |
हमें हार नहीं माननी चाहिए।
अब तो वर्षों से की गई आपकी सेवा भी सम्मानित की जाएगी।
bahut kathin hai dagar panghat kee...nar ho na nirash karo man ko...baise aapkee baaton se main sahmat hoon..sadar badhayee ke sath...aapke blog par aana pahli baar hua..mera amantran bhee sweekarein
स्पंदन अभी बाकी है
आप जैसे दिग्गज स्पंदित करें .. हम खुद ब खुद स्पंदित होते रहेंगे
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