देखिये हमारे नए ब्लॉग 'डरावना' की सबसे पहली पोस्ट-
बल्कि तुम (उन कुफ़्फ़ार के इन्कार पर) ताज्जुब करते हो और वह लोग (तुमसे)
मसख़रापन करते हैं
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तो (ऐ रसूल) तुम उनसे पूछो तो कि उनका पैदा करना ज़्यादा दुश्वार है या उन
(मज़कूरा) चीज़ों का जिनको हमने पैदा किया हमने तो उन लोगों को लसदार मिट्टी
से पैद...
2 comments:
kadwa sach samaj ka aina
Yes, that is extremely painful but true.
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