क्योंकि औरत कट्टर नहीं होती.
एक ब्लॉगर के रूप में वह हमारे बीच अपनी पहचान रखती ही हैं.
नैतिक मूल्यों और अच्छे उसूलों को वह अब उस समाज के बीच भी ला रही हैं जोकि इंटरनेट से नहीं जुड़ा है.
हमारी दुआएं हमेशा उनके साथ रही हैं
क्योंकि वह खुद बहुत नेक तबीयत हैं.
मुबारक हो.
2 comments:
shikha kaushik ji v unke kahani sankalan ka sundar v sarthak vishleshan kiya hai aapne .aabhar is jankari ke liye .
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