कल मैंने . एक पोस्ट लगी देखी डॉ अनवर जमाल साहब के ब्लॉग पे जहां उन्होंने अपने बेटे " अमन खान " की तसवीरें लगाई हुए थी . एक बाप के दिल मैं अपनी ओलाद का प्यार देख मुझे हमेशा ख़ुशी होती रही है क्यों कि यह सच्चा प्यार होता है. उनके बेटे का नाम "अमन" देख के भी ख़ुशी हुई और जब मैंने उनसे पूछा भाई यह नाम कहाँ से याद आया ? तो जवाब था आपका अमन का पैग़ाम अब ब्लोगर्स के दिलो दिमाग मैं बस चुका है. बस जब नाम रखने की बारी आयी तो यही नाम याद आ गया .
मैंने भी दुआ की अल्लाह से कि यह बच्चा बड़ा हो के इस समाज के लिए नेक काम करें, बलंद तकदीर हो और समाज मैं अमन और शांति कि कोशिशें करता रहे.
अनवर जमाल ने कभी जो कहा था कि प्यार का रिश्ता ही इंसानियत की पहचान है और सहनशीलता से शांति की तुरंत प्राप्ति संभव है. आज वो कर के भी दिखाया
2 comments:
bahut achchi post.aman naam bahut uttam hai bahut ghahra arth hai.Anvar ji ne bilkul sahi naam diya hai isme koi do raay nahi hai.god bless Aman.vande matram.
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