एक लम्हा जिंदगी का आते-आते टल गया.
चांद निकला भी नहीं था और सूरज ढल गया.
अब हवा चंदन की खुश्बू की तलब करती रहे
जिसको जलना था यहां पर सादगी से जल गया.
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ग़ज़लगंगा.dg: चांद निकला भी नहीं था और सूरज ढल गया.:
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कांग्रेस के ज़िम्मेदार पदों पर बैठे हुए लोग ,, काश राहुल गांधी की कही गई
बातों को कोरी बकवास ना समझते ,, उनके कहे अल्फ़ाज़ों को , तुरतं , बिना किसी
देरी के शत प्रतिशत लागू करते , तो आज कांग्रेस में भाजपा के छुपे लोगों से
कांग्रेस को हो रहा है नुकसान , का जुमला , दर्जनों नहीं
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कांग्रेस के ज़िम्मेदार पदों पर बैठे हुए लोग ,, काश राहुल गांधी की कही गई
बातों को कोरी बकवास ना समझते ,, उनके कहे अल्फ़ाज़ों को , तुरतं , बिना किसी
देरी क...
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