बता रहे हैं जनाब सैयद मुहम्मद मासूम साहब , अपनी ताज़ा पोस्ट में-
बुज़ुर्ग लोग (फ़रिश्ते सब बातों को) लिखने वाले (केरामन क़ातेबीन) (11)
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बुज़ुर्ग लोग (फ़रिश्ते सब बातों को) लिखने वाले (केरामन क़ातेबीन) (11)
जो कुछ तुम करते हो वह सब जानते हैं (12)
बेषक नेको कार (बेहिश्त की) नेअमतों में होंगे (...
1 comments:
बहुत सुन्दर...
पधारें "आँसुओं के मोती"
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